Saturday, July 21, 2012

समाचार पत्र का स्वरुप - 06

समाचार संपादक

समाचार संपादक को हम सम्पादकीय विभाग का मेरुदंड कह सकते है. खबरों के लहराते समुद्र में से मोती के रूप में चुनिन्दा समाचारों का अखबारों में प्रस्तुतीकरण समाचार संपादक की समझबुझ, कार्यकुशलता और नेतृत्वक्षमता का परिचायक होता है.
सम्पादकीय विभाग के सहयोगियों के बीच आपसी समन्वय तथा अलग अलग पारियों में उनकी ड्यूटी का निर्धारण समाचार संपादक के जिम्मे होता है. अगर अख़बार में कोई महत्वपूर्ण खबर छुट गयी है तो इसके लिए समाचार संपादक को जिम्मेवार मन जाता है. समाचारपत्र के संवाद संकलन से लेकर उसके संपादन तथा प्रस्तुतीकरण का गुरुतर उत्तरदायित्व भी निभाना पड़ता है. समाचारों से सम्बंधित सभी क्रिया कलापों का दारोमदार समाचार संपादक पर होता है. किसी भी समाचारपत्र के विभिन्न संस्करणों में जो भी समाचार प्रकाशित किये जाते है उनका उत्तरदायित्व  समाचार संपादक पर होता है. अख़बार में समाचार से सम्बंधित सभी कार्यकलाप का संयोजन समाचार संपादक को करना होता है. इसलिए उसे सतत जागरूक रहना होता है. समाचारपत्र के प्रकाशन केंद्र पर संवाद संकलन की व्यवस्था को गुरुतर दायित्व उसे निभाना होता है. वो ही समाचारपत्र से जुड़े संवाददाताओ से सीधा संपर्क रखने और समाचार विशेष के संकलन इत्यादि के बारे में आवशयक निर्देश भी उसे देने होते है. इसी तरह विदेशों में कार्यरत अपने समाचारपत्र के संवाददाताओ या ब्यरो प्रभारी से भी समाचार संपादक को संपर्क रखना होता है. बड़े समाचारपत्र में समाचार संपादक के सहयोग के लिए कई बार उपसम्पादक की नियुक्ति भी की जाती है.

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